शंभू-खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सोमवार (16 दिसंबर) को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया।
हांसी में किसान ट्रैक्टर पर रामायण टोल से मिनी सचिवालय तक गए। वहीं सोनीपत के खरखौदा में रोहणा बाइपास चौक से मार्च निकाला गया। पंजाब में मार्च निकालने का ऐलान नहीं हुआ था। यहां 18 दिसंबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा।
रेल रोको आंदोलन पर परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसानों को ट्रेनें नहीं रोकनी चाहिए। इससे आम लोगों को ही परेशानी होती है।
वहीं हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने कहा कि प्रदेश में हम 24 फसलों पर MSP दे रहे हैं, कांग्रेस और AAP की सरकार भी किसानों को MSP पर फसल खरीदने की गारंटी दे।
BJP सरकार को हो रहा आंदोलन का फायदा- टिकैत
भारतीय किसान यूनियन (भूकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज हरियाणा के करनाल में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का फायदा इस समय भाजपा सरकार को हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी किसान पंजाब की जमीन पर हैं और पंजाब में सरकार आम आदमी पार्टी की है।
आंदोलन कब खत्म होगा इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये आंदोलन 4 से 5 महीने और चलेगा। साथ ही उन्होंने किसानों को नसीहत देते हुए कहा कि "बंटोगे तो लुटोगे"।
भाजपा अध्यक्ष बड़ौली बोले- MSP किसानों का हक हरियाणा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत में पत्रकारों से बातचीत में किसानों के ट्रैक्टर मार्च पर कहा कि वो तो किसानों के साथ हैं। किसानों का हक बनता है कि उनकी जो फसल है, उसे MSP पर खरीदने की गारंटी सरकार दे। वे मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हरियाणा में किसानों की 24 फसलें MSP पर खरीदने की गारंटी दी है।
आज हरियाणा का किसान उससे संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है या आम आदमी की सरकार है, वो भी इस प्रकार की व्यवस्था करे कि किसानों को फसल पर MSP मिले। आज विपक्ष जो बोलता है, उसकी भी जिम्मेदारी है कि वो भी करके दिखाए। अपनी सरकारों में किसानों की फसल खरीद की गारंटी दें।
मंत्री विज बोले- प्रशासन से इजाजत लेनी चाहिए किसानों के ट्रैक्टर मार्च और रेल रोको आंदोलन पर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा- ''देखिए जहां तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का सवाल है तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रशासन से इजाजत लेकर हर संस्था को प्रदर्शन करने का अधिकार होता है।''
विज ने आगे कहा कि जहां तक रेल रोकने की बात है उन्हें (किसानों को) ये नहीं करना चाहिए। इससे लाखों लोगों को परेशानी होती है। पंजाब जाने वाली गाड़ियां ही रुक जाएंगी तो इससे पंजाब के लोगों को ही दिक्कत होगी। इसलिए किसी और तरीके से प्रदर्शन करें, जो इनकी आवाज भी उठती रहे और काम में भी बाधा ना पड़े।
आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल को साइलेंट अटैक का खतरा खनौरी बॉर्डर पर 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने राष्ट्रपति के नाम लेटर लिखा है। किसानों ने आज डल्लेवाल द्वारा लिखी गई लेटर की कॉपी DC और SDM को सौंपी।
वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल का वजन काफी कम हो चुका है। उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा है। उनका शरीर कमजोर हो गया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना जरूरी है।
किसान यूनियन बोली- लेटर पर डल्लेवाल के साइन नहीं उधर, किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने रविवार को पंजाब की सभी किसान यूनियनों को लेटर लिखकर एक मंच पर आने की बात कही थी।
पंधेर के लेटर पर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आंदोलन का मुख्य चेहरा जगजीत सिंह डल्लेवाल भी हैं, लेकिन लेटर पर उनकी यूनियन के साइन नहीं है।
डल्लेवाल के संगठन से जुड़े नेताओं की अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, पंधेर से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये इंटरनल कमेटी का मामला है। जिसे जो जिम्मेदारी दी गई थी, वह निभा रहा है।
पंजाब DGP और केंद्रीय गृह निदेशक ने मुलाकात की उधर, रविवार को पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मुलाकात की। डल्लेवाल से मिलने के बाद मयंक मिश्रा ने कहा कि किसानों की मांगों के बारे में जानकारी ली है।
उन्होंने केंद्र की तरफ से वार्ता के प्रस्ताव से इनकार किया। सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल की डॉक्टरी मदद के आदेश दिए थे। इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री शिवराज सिंह से मीटिंग की थी।
दोनों नेताओं ने मोदी को किसान आंदोलन की जानकारी दी। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल थे।
पंजाब कांग्रेस के CLP नेता बोले- सब आईवॉश पंजाब कांग्रेस के विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा ने चंडीगढ़ में कहा कि किसानों से रिटायर्ड अफसरों के जरिए बात की जा रही है। क्या पंजाब में बातचीत के काबिल अफसर नहीं हैं।
कल केंद्र सरकार ने भी एक डायरेक्टर भेजे थे। यह मात्र आईवाश है। उन्होंने कहा कि जब कानून वापस लिए थे, उसके बाद से कोई मीटिंग नहीं की है।
वहीं, उन्होंने कहा कि आज से पांच दिन पहले ब्रिटेन में पांच दिन ट्रैक्टर मार्च हुआ है। वहां की सांसद ने किसान को सम्मान किया है, लेकिन हमारे यहां लोगों को दिल्ली नहीं जाने दिया जा रहा।