पंजाब के अमृतसर में मंगलवार (17 दिसंबर) सुबह 3.15 बजे इस्लामाबाद थाने में ब्लास्ट हुआ। इसके बाद पुलिस ने थाने के गेट बंद कर दिए। हालांकि, पुलिस ब्लास्ट से इनकार कर रही है। ब्लास्ट की सूचना पर सेना भी पहुंची, लेकिन 15 मिनट बाद चली गई। थाने के आसपास स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) की टीम जांच कर रही है।
खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासियां के साथी गैंगस्टर जीवन फौजी के नाम पर सोशल मीडिया पोस्ट और ऑडियो सामने आया है। जिसमें उसने ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, उस पोस्ट और ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
वायरल ऑडियो में उसने कहा, 'मैं जीवन फौजी बोल रहा हूं। अमृतसर के इस्लामाबाद थाने पर जो ग्रेनेड हमला हुआ है, मैं उसकी जिम्मेदारी लेता हूं। ये पुलिस और पंजाब सरकार को सीधी चेतावनी है, जो ये गुंडा राज चला रहे हैं। लोगों पर नाजायज FIR दर्ज की जा रही हैं।
हमें घरों से बेघर कर दिया। हमारे मां-बाप और मौसा-मौसी तक को जेल भेज दिया। अब हम इस चीज का जवाब ऐसे ही देंगे। हम डरकर बैठने वालों में से नहीं हैं। ये सिर्फ ट्रेलर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है। पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार अपने-अपने परिवार को सेफ कर लो। आप घरों तक गए हो, हम भी घरों तक जाएंगे।'
कमिश्नर बोले- किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा- प्राथमिक जांच में पता चला है कि अपनी पकड़ दिखाने के चक्कर में ये ब्लास्ट करवाए जा रहे हैं। मगर, हम जांच में काफी आगे तक पहुंच गए हैं। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। थाने में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। हमला किस चीज से हुआ, इसकी जांच जारी है। एक जोरदार आवाज जरूर सुनाई दी थी। जल्द हम बड़ा खुलासा करेंगे।
हम 10 लोग पहले भी पकड़ चुके हैं। जिनके खिलाफ UAPA का केस दर्ज किया गया था। जिस मॉड्यूल की चर्चा है, ये गुर्गे उन्हीं के हैं। 2 लोग हमने और पकड़े। इसी का बदला लेने के लिए आरोपी सोशल मीडिया पर अपनी प्रेजेंस शो कर रहे हैं। हमले में अमन खोखर सहित 2-3 लोग और हैं, जिनकी गिरफ्तारी बाकी है।
उधर, थाने के पास रहने वाले प्रवीण कुमार ने बताया कि जिस समय धमाका हुआ सब सो रहे थे। आवाज सुनकर पहले तो लगा कि कोई सपना आया है। कुछ देर बाद आस पड़ोस के लोग बाहर निकल आए।
NIA ने पंजाब पुलिस को किया था अलर्ट
पिछले दिनों नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पंजाब पुलिस के साथ एक रिपोर्ट साझा की थी। जिसमें NIA ने कहा था कि पंजाब में पुलिस थानों पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही है।
NIA ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि खालिस्तानी आतंकी साल 1984 में इस्तेमाल किए गए डेड ड्रॉप मॉडल की तर्ज पर हमला कर रहे हैं। इसे लेकर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। पंजाब पुलिस को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया था।